
!! ‘कल्पकथा त्रिदिवसीय प्रतियोगिता आमंत्रण” !!
- Kalpkatha
- 27/06/2024
- लेख
- प्रतियोगिता
- 2 Comments
✍🏻 !! “कल्पकथा त्रिदिवसीय प्रतियोगिता आमंत्रण – कल्प/जून/२०२४/द” !!✍🏻
विशिष्ट आमंत्रण क्रमांक :– कल्प/जून/२०२४/द
विषय :- “!! पत्र लेखन !!”
समयावधि :- दिनाँक २७/०६/२०२४ प्रातः ८.०० बजे से २९/०६/२०२४ रात्रि १०.०० बजे तक
विधा :- पत्र लेखन
भाषा – हिन्दी, संस्कृत
विशेष :- ये एक प्रतियोगिता आमंत्रण है। जिसमें श्रेष्ठ पाँच प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किये जायेंगे।
आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
कल्प कथा के नियम :-
✍🏻 रचना भेजते समय रचना में ऊपर आमंत्रण क्रमांक, विषय एव शीर्षक और नीचे लेखक/लेखिका का नाम होना चाहिए। उसके बिना रचनाएं सम्मिलित नहीं की जायेंगी।
✍🏻 कल्पकथा वेबसाइट पर रचना प्रतियोगिता श्रेणी के अंतर्गत लिखने पर प्रति प्रतियोगिता प्रमाणपत्र एवं मासिक विशेष सम्मान दिया जाएगा।
✍🏻 साप्ताहिक आमंत्रण में सभी प्रमाणपत्र श्रेष्ठ, उत्तम और सहभागिता रूप में तीन प्रकार के रहेंगे।
✍🏻 मासभर सभी आमन्त्रणों में प्रतिभाग करने पर श्रेष्ठ, किन्ही तीन में प्रतिभाग करने पर उत्तम और दो में प्रतिभाग करने पर सहभागिता प्रमाणपत्र रहेगा।
✍🏻 साप्ताहिक आमंत्रण में विविध विधाओं में लिखने वाले लेखकों को *”कल्प कलम श्री”* सम्मान से सम्मानित किया जायेगा।
✍🏻 दैनिक आमंत्रण में आई रचनाओं के सभी श्रेष्ठ रचनाकारों को *”कल्प विधा श्री”* सम्मान से सम्मानित किया जायेगा।
✍🏻 कल्पकथा की ऑनलाइन काव्य गोष्ठियों में प्रतिभागियों को *”कल्प काव्य श्री”* सम्मान से सम्मानित किया जायेगा।
✍🏻 आपकी सभी रचनाएं स्वरचित एवं मौलिक होनी चाहिए। किसी भी प्रकार के कॉपीराइट इशू के लिए लेखक स्वयं जिम्मेदार होगा।
✍🏻 कल्पकथा पर किसी भी प्रकार का व्यक्तिगत, सामुहिक या राजनैतिक प्रचार-प्रसार पूर्णतः प्रतिबंधित है।
✍🏻 यदि आप कल्पकथा संदेशों से इतर कोई व्यक्तिगत, राजनैतिक या सामुहिक विज्ञापन करना चाहते हैं तो आप संस्थापक निर्देशक या संस्थापक निदेशक कोषाध्यक्ष को इसका शुल्क जमा करवा कर प्रचार-प्रसार कर सकते हैं।
✍🏻 यदि आप बिना अनुमति लिये किसी भी प्रकार का राजनैतिक, व्यक्तिगत या सामुहिक लिंक, पोस्ट या फिर कोई चित्र/चलचित्र आदि डालते हैं तो आप पर तुरंत 25000/- रुपये का जुर्माना लगाया जायेगा, जो संस्था नियमों के अनुसार अवश्य ही देय होगा।
लिखते रहिये ✍🏻 , पढते रहिये 📖 और बढ़ते रहिये।
✍🏻 कल्प आमंत्रण अध्यक्ष
कल्पकथा साहित्य संस्था
2 Comments to “!! ‘कल्पकथा त्रिदिवसीय प्रतियोगिता आमंत्रण” !!”
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पवनेश
✍️ “!! कल्पकथा त्रिदिवसीय प्रतियोगिता आमंत्रण – कल्प/जून/२०२४/द !!” ✍️
🔆 “!! विशिष्ठ आमंत्रण क्रमांक – कल्प/जून/२०२४/द !!” 🔆
📝 “!! विषय एवं विधा – पत्र लेखन !!” 📝
❇️ “!! भाषा – हिन्दी !!” ❇️
🎯 “!! शीर्षक – दीदी को पत्र !!” 🎯
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राधे राधे दीदी,
अत्रकुशलम तत्रास्तु,
प्रभु श्री राधा गोपीनाथ जी महाराज की कृपा से हम सभी कुशलता पूर्वक हैं। प्रातः काल जागने से लेकर रात्रि में सोने तक घर की प्रत्येक दैनिक गतिविधि में सभी आपको याद करते हैं। यदि मम्मी के अनुसार सोचा जाए तो वह तो सोते हुए भी अपनी गुड़िया को याद करती रहती हैं।
दीदी,
परसों पड़ोस वाली शोभा चाची जी मम्मी से परिहास करते हुए कह रही थीं कि आपका पूरा परिवार गुड़ियामय है हर गतिविधि में गुड़िया को ही याद किया जाता है। गुड़िया होती तो यह करती, गुड़िया होती तो वह कहती, गुड़िया ने इस काम को इस ढंग से करना बताया था, गुड़िया ने आलोक (मुझे) इस बात के लिए यहां टोका था।
दीदी,
सच कहें तो हर समय घर में, हमारे आस- पास आप हमेशा साथ होती हो, मुझे अपनी हर चीज के साथ आपकी बातें कानों में सुनाई देती हैं। कॉलेज जाने के पहले दीदी मेरा बैग दे दो, दीदी मेरी टी शर्ट कहां है, दीदी मुझे नाश्ता दे दो, दीदी कुछ खाने को चाहिए, दीदी टी वी का रिमोट कहां है, दीदी शायद ही ऐसा कुछ हो जिसमें आपकी याद न जुड़ी हो।
दीदी,
हम हमेशा सोचते हैं कि पापा हमारी भावनाओं को नहीं समझते लेकिन कल समझ आया कि पापा सब समझते हैं बस वह अपनी भावनाओं को प्रकट नहीं करते। आपको पता कल शाम को पापा ने आवाज दी गुड़िया चाय बना दो बेटा, और उसके बाद कुछ पलों के लिए सब शांत हो गया। मुझे पापा की आँखों में नमी दिखाई दी जिसको उन्होंने अपने चश्मे के पीछे छुपा लिया।
दीदी,
हम सबको पता है कि आप छः महीने के लिए पत्रकारिता का विशेष कोर्स करने के लिए बैंगलोर गई हो। छः महीनों में से दो महीने गुजर चुके हैं लेकिन दीदी जब सोचता हूं अभी चार महीने और आपको वहां रहना है तो मुझे पता नहीं कैसा लगता है लगता है जैसे गले में कुछ अटक सा गया है। आपको पता कल तो अपनी कामवाली बुआ जी भी कह रही थीं “दीदी को कब तक आना है घर में सूना – सूना सा लगता है।”
दीदी,
आपसे रोज सुबह – शाम वीडियो कॉल पर बात होती है। पापा मम्मी सुबह साढ़े नौ बजे, शाम को सात बजे, आपकी कॉल की प्रतीक्षा इस तरह रहती है जैसे चातक पक्षी स्वाति नक्षत्र की जल बूंद की रहती है। सुबह शाम हर तीसरे मिनट पर घडी को देखती उनकी आँखें अधीरता की कथा स्पष्ट करती हैं। जिस दिन आपका कॉल लेट हो जाता है तो उस दौरान घर में अघोषित सन्नाटा पसरा रहता है अगर पापा का बस चले तो वह उस दौरान पूरे ब्रह्मांड को उलट पलट कर रख दें।
दीदी,
कॉल पर पापा मम्मी के सामने आपको यह बताने की हिम्मत नहीं पड़ती इसलिए आज लिखकर आपको पोस्ट कर रहा हूं यही पत्र आपको कुछ दिन में कुरियर द्वारा भी मिलेगा लेकिन आप परेशान मत होना। यहां बाकी सब ठीक है। सच बताऊं सबसे ज्यादा आपकी लाड भरी डांट मिस कर रहा हूं।
दीदी,
आप परेशान मत होना मैं यहां सब सम्हाल लूंगा आखिर आपका लड्डू हूं इतना तो कर ही लूंगा। पापा मम्मी की चिंता मत करना उनकी तबीयत भी ठीक है, उनकी दवाई आपके बताए अनुसार समय से दे देता हूं। बस आपकी याद बहुत आती है। मिस यू दीदी।
आपका
लड्डू
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✍️ लेखन प्रयास
पवनेश मिश्रा।
Binny Chaurasia
कल्प कथा त्रिदिवसीय प्रतियोगिता आमंत्रण-कल्प जून/2024/द
विशिष्ट आमंत्रण क्रमांक-कल्प जून/2024/द
विषय व विधा–पत्र लेखन
भाषा–हिन्दी
शीर्षक–मुख्यमंत्री जो को पत्र
तारीख-29/6/2024
योगी आदित्य नाथ जी
माननीय मुख्यमंत्री जी (उत्तर प्रदेश)
सूचना भवन,पार्क रोड़
डिपार्टमेंट ऑफ इन्फॉर्मेशन
लखनऊ–226001
विषय–वृद्धाश्रम की दयनीय स्थिति
मान्यवर—सविनय निवेदन है कि मै बिन्नी चौरसिया अयोध्या उत्तर प्रदेश की निवासी हूं ।कल प्रातः काल मै आनन्दी वृद्धाश्रम गई थी वहॉ जाकर हमने देखा कि वहॉ रह रहे बुजुर्ग वृद्ध लोगो की स्थिति दयनीय है वहॉ पर न तो बिजली,पानी की समुचित व्यवस्था है और न ही त्वरित उपचार की ही व्यवस्था है नालियों के निकासन मे भी लापरवाही बरती गई है जिससे कि नारकीय जीवन जीने को मजबूर है हमारे बुजुर्ग। आजकल के आधुनिक परिवेश मे लाड-प्यार मे पल रहे बच्चे अपने वृद्ध माता पिता की सेवा ही नही करना चाहते व उनसे छुटकारा पाने के लिए उन्हे वृद्धाश्रम छोड़कर चले जाते हैं और कभी भी उनकी सुध नही लेते कि वहॉ वो कैसे है किस हालत मे हैं न ही कोई सहायता सहयोग ही करते है।
माननीय मुखयमंत्री जी हम चाहते हैं कि वृद्धाश्रम मे बिजली,पानी,भोजन,साफ-सफाई व चिकित्सा की उचित व्यवस्था की जाए और कुछ मनोरंजन के साधन,साहित्यिक पुस्तकों को मुहैया करवाया जाए शुद्ध पौष्टिक भोजन उपलब्ध करवाया जाए योग व्यायाम के लिए भी प्रेरित किया जाए ।महीने मे एक बार कुशल योग्य डाक्टर से पूरे शरीर का निरीक्षण कर औषधि व अपनत्व आत्मीय लोंगो को उनकी उचित देखभाल का जिम्मा भी सौंपा जाए ।
मान्यवर महोदय जी आप वृद्धाश्रम की स्थिति पर संज्ञान लेते हुए त्वरित उचित कार्रवाई करने की कृपा करें जिससे वृद्ध लोंगो की देखभाल हो वह खुशनुमा माहौल मे खुश रह अपना जीवन जी सके ।
आशा है आप जल्दी ही इस पर संज्ञान ले उचित कार्रवाई व ध्यान देंगे।
धन्यवाद
भवदीय
नाम-बिन्नी चौरसिया
स्थान-अयोध्या