Dark

Auto

Light

Dark

Auto

Light

38f2fd51-1c98-4f4a-81aa-33d12aa37aa8

“!! श्रीराम जन्मोत्सव एवं वैसाखी प्रतियोगिता !!”

!! “साप्ताहिक प्रतियोगिता, कल्पकथा” !! ✍🏻

नौमी तिथि मधुमास पुनीता। सुकल पच्छ अभिजित हरिप्रीता।
मध्य दिवस अति सीत न घामा। पावन काल लोक बिसरामा।।

श्री राम जन्मोत्सव की कल्पकथा परिवार के सभी सदस्यों को बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं 

विषय :- “!! श्रीराम जन्मोत्सव एवं वैसाखी !!”
समयावधि :- दिनाँक १५/०४/२०२४ से १९/०४/२०२४ रात्रि दस बजे तक
विधा :- काव्य, कहानी, लेख
भाषा – हिन्दी, संस्कृत

विशेष :- श्री राम अवतार और बैसाख अर्थात फसल कटने श्री संबंधित आपकी सुन्दर, मनभावन रचनाएं सस्नेह आमंत्रित हैं ।

आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं

प्रमाणपत्र वितरण :- माह के अंतिम सप्ताह में

कल्प कथा के नियम :-
✍🏻 कल्पकथा वेबसाइट पर रचना प्रतियोगिता श्रेणी के अंतर्गत लिखने पर प्रति प्रतियोगिता प्रमाणपत्र एवं मासिक विशेष सम्मान दिया जाएगा।

✍🏻 साप्ताहिक प्रतियोगिता में सभी प्रमाणपत्र श्रेष्ठ, उत्तम और सहभागिता रूप में तीन प्रकार के रहेंगे।

✍🏻 मासभर सभी प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने पर श्रेष्ठ, किन्ही तीन में प्रतिभाग करने पर उत्तम और दो में प्रतिभाग करने पर सहभागिता प्रमाणपत्र रहेगा।

✍🏻 साप्ताहिक प्रतियोगिता में विविध विधाओं में लिखने वाले लेखकों को “कल्प कलम श्री” सम्मान से सम्मानित किया जायेगा।

✍🏻 दैनिक प्रतियोगिता में आई रचनाओं के सभी श्रेष्ठ रचनाकारों को “कल्प विधा श्री” सम्मान से सम्मानित किया जायेगा।

✍🏻 कल्पकथा की ऑनलाइन काव्य गोष्ठियों में प्रतिभागियों को “कल्प काव्य श्री” सम्मान से सम्मानित किया जायेगा।

✍🏻 आपकी सभी रचनाएं स्वरचित एवं मौलिक होनी चाहिए। किसी भी प्रकार के कॉपीराइट इशू के लिए लेखक स्वयं जिम्मेदार होगा।

✍🏻 आप सभी से विशेष अनुरोध है कि रचना भेजते समय रचना में ऊपर शीर्षक और नीचे लेखक/लेखिका का नाम होना चाहिए। उसके बिना रचनाएं सम्मिलित नहीं की जायेंगी।

लिखते रहिये ✍🏻 , पढते रहिये 📖 और बढ़ते रहिये।

✍🏻 कल्प आमंत्रण अध्यक्ष
कल्पकथा साहित्य संस्था

Kalpkatha

2 Comments to ““!! श्रीराम जन्मोत्सव एवं वैसाखी प्रतियोगिता !!””

  • पवनेश

    साहित्य सेवा हेतु कल्पकथा परिवार के प्रयास प्रशंसनीय हैं। राधे राधे 🙏🌹🙏

  • Binny Chaurasia

    कल्प कथा साप्ताहिक प्रतियोगिता
    —————————-
    विषय–श्री राम जन्मोत्सव एवं वैशाखी
    रचना शीर्षक-राम जन्म एवं वैशाखी आई रे
    विधा–काव्य
    दिनांक-19/4/24
    राम जन्म
    ———-
    अवध मे राम लला छवि छाई
    भक्त मे हर्ष खुशी लहराई
    कि मेरे राम आए है
    अवध के लाल जन्मे है।
    सब कोई मंगल गान बधावा गाए
    दशरथ मुख देख देख हर्षाऐ
    कौशल्या नयन भरि वारि जाएं
    नगरी खुशी मे नाचे गाए
    कि अवध के लाल जन्मे है
    मेरे प्रभु राम आए हैं।
    सजे है सब अयोध्या धाम
    गाते भक्तन अब गुण गान
    देवगण करते पुष्प की वर्षा
    कि सूर्य वंशी राम जन्मे हैं
    सिया के राम आए हैं।
    सूर्य देव कर रहे अब तिलक
    राम ललाट पर किरण सुशोभित
    सूर्य किरण से सज रहा मुख
    इस पल के बने है सब विश्व साक्षी
    कि मेरे लाल आए हैं
    प्रभु श्रीराम आए हैं
    ****************
    वैशाखी आई रे
    ————–
    वैशाखी आई रे आई रे,वैशाखी आई रे
    वैशाखी की मच रही धूम
    चहुंओर हरियाली छाई है
    ढोल मंजीरे बज रहे सब तरफ
    खड़ी फसल उग आई है
    सोना चांदी जैसा फसल है
    किसान ये सब देख अब खुश है
    नव सृजन की रूत आई रे
    वैशाखी आई रे ओ वैशाखी आई रे
    नव उत्सव की छाई बेला
    भांगडा गिदधा की छाई रेला
    हर तरफ खुशियाॅ छाई है
    नाचो गाओ धूम मचाओ
    गुरूद्वारो की रौनक बढाओ
    गुरू गोविंद सिंह जी धन्य हो गए
    मोर पपीहे कोयल भी कूके
    वैशाखी स्वर गुंजायमान कर भाई
    वैशाखी आई रे ओ वैशाखी आई रे
    स्वरचित कविता
    बिन्नी चौरसिया
    प्रयाग इलेक्ट्रिकल्स
    चौक अयोध्या (फैजाबाद)
    उत्तर प्रदेश

    —-

Leave A Comment