७.!!”कल्प सृजन प्रवाह प्रतियोगिता”!!
- Ankita Shrivastava
- 2024-10-09
- काव्य
- नवरात्रि विशेष, प्रतियोगिता, मां कालरात्रि
- 1 Comment
प्रतियोगिता आमंत्रण क्रमांक :-कल्प/अक्तूबर/२०२४/क६/सप्तमी
विषय: मां कालरात्रि
विधा: काव्य
मां दुर्गा का सप्तम रूप, कालरात्रि है नाम
रौद्र रूप में कल्याणी मां, भक्तों को देती अभयदान
दुष्टों की मां संहारक है, इस जग की मां पालक है
प्रेत पिशाच और निशाचर, सबके काल की कारक है।
हुईं सवार गर्दभ वाहन पर, किया रक्त का पान
शुभफल देने वाली माता, शुभंकरी है नाम
कोई कहे रणचंडिका , कोई शक्ति स्वरूप
मां के रूप अनेक हैं, करती कृपा अनूप
जब माता का जन्म हुआ, तब दुष्टों का दमन हुआ
ऋषि मुनि और भक्तों के, जीवन में तब ही अमन हुआ
वर दो हे कल्याणी मां,कृपा करो भरपूर
तेरी भक्ति सदा करें हम, कभी न होना हमसे दूर
One Reply to “७.!!”कल्प सृजन प्रवाह प्रतियोगिता”!!”
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पवनेश
जय मां कालरात्रि,
संक्षिप्त किन्तु भावपूर्ण सृजन हेतु सादर बधाई अंकिता जी, राधे राधे 🙏🌹🙏,