Exam
- अनिल कुमार केसरी
- 2024-03-19
- मुक्तक
- परीक्षा
- 2 Comments
Exam
Exam! Exam! Exam!
कभी पापा चिल्लाते;
कभी माँ।
जैेेसे वह कोई बच्चा नहीं,
है कोई खिलौना
या कि परीक्षा का सामान।
हाँ, परीक्षा लो,
सफल होंगे;
इसमें कोई शक नहीं है।
मगर…,
जब ज़िंदगी परीक्षा लेगी;
इतना पूछना था –
क्या कलम मेरे हाथ में रहेगी ?
2 Comments to “Exam”
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पवनेश
अहा!!
सत्य को रुचिकर शब्द दिए हैं आपने, राधे राधे 🙏
Radha Shri Sharma
शानदार सृजन, परीक्षा विषय पर गहन चिंतन दर्शाती रचना।
राधे राधे 🙏 🌷 🙏