
!! “साप्ताहिक प्रतियोगिता :- पृथ्वी – संसाधन एवं संरक्षण” !!
- Kalpkatha
- 22/04/2024
- लेख
- प्रतियोगिता
- 2 Comments
!! “साप्ताहिक प्रतियोगिता , कल्पकथा” !!
विषय :- “!! पृथ्वी – संसाधन एवं संरक्षण !!”
समयावधि :- दिनाँक २२/०४/२०२४ से २६/०४/२०२४ रात्रि दस बजे तक
विधा :- काव्य, कहानी, लेख
भाषा – हिन्दी, संस्कृत
विशेष :- हमारी पृथ्वी खनिजों एवं विविध प्रकार के संसाधनों का भण्डार है। इस बार के आमंत्रण में इन्हीं संसाधनो को लक्ष्य बनाकर कर रचना सृजन करना है। आप चाहें तो काव्य के माध्यम से कोई कहानी या किस्सा लिख सकते हैं, जो सभी श्रोताओं और पाठकों को अति रूचिकर लगेगा।
आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
प्रमाणपत्र वितरण :- माह के अंतिम सप्ताह में
कल्प कथा के नियम :-
✍🏻 कल्पकथा वेबसाइट पर रचना प्रतियोगिता श्रेणी के अंतर्गत लिखने पर प्रति प्रतियोगिता प्रमाणपत्र एवं मासिक विशेष सम्मान दिया जाएगा।
✍🏻 साप्ताहिक प्रतियोगिता में सभी प्रमाणपत्र श्रेष्ठ, उत्तम और सहभागिता रूप में तीन प्रकार के रहेंगे।
✍🏻 मासभर सभी प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने पर श्रेष्ठ, किन्ही तीन में प्रतिभाग करने पर उत्तम और दो में प्रतिभाग करने पर सहभागिता प्रमाणपत्र रहेगा।
✍🏻 साप्ताहिक प्रतियोगिता में विविध विधाओं में लिखने वाले लेखकों को “कल्प कलम श्री” सम्मान से सम्मानित किया जायेगा।
✍🏻 दैनिक प्रतियोगिता में आई रचनाओं के सभी श्रेष्ठ रचनाकारों को “कल्प विधा श्री” सम्मान से सम्मानित किया जायेगा।
✍🏻 कल्पकथा की ऑनलाइन काव्य गोष्ठियों में प्रतिभागियों को “कल्प काव्य श्री” सम्मान से सम्मानित किया जायेगा।
✍🏻 आपकी सभी रचनाएं स्वरचित एवं मौलिक होनी चाहिए। किसी भी प्रकार के कॉपीराइट इशू के लिए लेखक स्वयं जिम्मेदार होगा।
✍🏻 यदि आप कल्पकथा संदेशों से इतर कोई व्यक्तिगत, राजनैतिक या सामुहिक विज्ञापन करना चाहते हैं तो आप संस्थापक निर्देशक या संस्थापक निदेशक कोषाध्यक्ष को इसका शुल्क जमा करवा कर प्रचार-प्रसार कर सकते हैं।
✍🏻 आप सभी से विशेष अनुरोध है कि रचना भेजते समय रचना में ऊपर शीर्षक और नीचे लेखक/लेखिका का नाम होना चाहिए। उसके बिना रचनाएं सम्मिलित नहीं की जायेंगी।
लिखते रहिये ✍🏻 , पढते रहिये 📖 और बढ़ते रहिये।
✍🏻 कल्प आमंत्रण अध्यक्ष
कल्पकथा साहित्य संस्था
2 Comments to “!! “साप्ताहिक प्रतियोगिता :- पृथ्वी – संसाधन एवं संरक्षण” !!”
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पवनेश
कल्पकथा के प्रयास सादर वंदनीय हैं। 🙏
Binny Chaurasia
कल्प कथा साप्ताहिक प्रतियोगिता
विषय–पृथ्वी-संसाधन एवं संरक्षण
विधा–काव्य
दिनांक-26/4/24
रचना शीर्षक–पृथ्वी है अनमोल
पृथ्वी है अनमोल
पृथ्वी को क्षरण से बचाना होगा
अधिक से अधिक वृक्ष लगाना होगा
प्रदूषण व ध्वनि प्रदूषण को रोकना होगा
पृथ्वी करती अनमोल सृष्टि रचना
उस सृष्टि के लिए संरक्षण करना होगा
पृथ्वी के गर्भ मे बेशुमार खनिज,रत्न
पेट्रोल,कोयला,तेल,व जल के भण्डार
धरती माॅ की मिट्टी मे सोना है अपरम्पार
रंग बिरंगे फूल,फल औषधि होता तैयार
अन्न उगते तरह-तरह के
मनव ,पशु ,पक्षी की जीवन दायिनी
रखती जीवन का आधार
पृथ्वी विभिन्न संसाधनो का भण्डार
जलवायु,प्रकृति व पर्यावरण सब
पृथ्वी माॅ की सौगात है
संरक्षण करना होगा मिल जुल कर
यही सांसो का तार है
मत काटो तुम पेड़ अनगिनत
पृथ्वी माॅ का श्रृंगार है
प्लास्टिक व प्रदूषण को करलो नियंत्रण
पानी को भी तुम मत करो बर्बाद
बहुमंजिली इमारत रोको
पक्षियों का करो कल्याण
वनों की कटाई व कैमिकल रोको
हरियाली,पौधो का करो विस्तार
धरती माॅ जब होती दुखी मन
कर देती है बंटाधार
प्रकृतिक आपदा तब आती है
तहस नहस कर पहाडो का भी
कर देती है काम तमाम
पृथ्वी माॅ का है ये जगत
मत करो तुम अत्याचार
पृथ्वी को संरक्षित करने का
संकल्प अभी से करना होगा
पेड़ पौधे को लगाना होगा
हरियाली को बढ़ाना होगा
पशु पक्षी जीव जन्तु के संरक्षण केलिए
हमे हरियाली लाना होगा
पृथ्वी है पूरी सृष्टि
इस सृष्टि को हमे बचाना होगा
पृथ्वी हमे संसाधन देती हमे संरक्षण करना होगा
स्वरचित मौलिक रचना
बिन्नी चौरसिया
प्रयाग इलेक्ट्रिकल्स
चौक अयोध्या (फैजाबाद)
उत्तर प्रदेश