४. !!”कल्प सृजन प्रवाह प्रतियोगिता”!!
- Ankita Shrivastava
- 06/10/2024
- काव्य
- नवरात्रि विशेष, प्रतियोगिता, मां कुष्मांडा
- 1 Comment
प्रतियोगिता आमंत्रण क्रमांक :-कल्प/अक्तूबर/२०२४/क४/चतुर्थी
विषय: मां कुष्मांडा
विधा: काव्य
नवदुर्गा का चौथा रूप
मां कुष्मांडा का सुंदर स्वरूप
मां की महिमा अपरम्पार
भक्तों का करती बेड़ा पार
मां के चेहरे की छटा निराली है
मां के बिन सब कुछ खाली है
मां ने सृष्टि का सृजन किया
सबको इक नव जन्म दिया
सूर्य लोक के बीच विराजी
सिंह वाहिनी अष्टभुजायिनी
तुम उपकार करो हे माता
आए हैं हम शरण तुम्हारी
अंकिता श्रीवास्तव
भोपाल
One Reply to “४. !!”कल्प सृजन प्रवाह प्रतियोगिता”!!”
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पवनेश
जय मां कूष्मांडा, उत्तम भक्ति भाव पूर्ण सृजन हेतु सादर बधाई 🙏🌹🙏