सुनो स्त्री
विशिष्ट आमंत्रण क्रमांक :– !! “कल्प/मार्च/२०२५/अ” !! विषय :- “नारी” विधा :- “काव्य” शीर्षक : ” सुनो स्त्री “ तुम्हारे लिए ….. तय किए गए दायरे.. बनाई गईं सीमाएँ .. लगाए गए बंधन… कंधों पर रखा गया भार.. रीतियों, रिवाजों, मान सम्मान का…. तय किया गया मापदण्ड भी, बोलचाल, व्यवहार, परिधान का.. पर तुमने हर बाधा को …
Continue Reading
गुरु वंदना
विशिष्ट आमंत्रण क्रमांक :– !! “कल्प/जनवरी/२०२५/अ” ! विषय :- “ गुरु वंदना ” विधा :- काव्य शीर्षक: गुरु वंदना गुरु के स्नेह की छाया, उनकी सतत शरण का अवलंबन, उनके अनुदान अपार कि महके फुलवारी सा मन आँगन, सब कुछ पाया है उनसे अब यही चाहता अंतर्मन, गुरु चरणों में रहे समर्पित मेरा जीवन ,तन मन धन । …
Continue Reading
जीवन बीता जाता है
विशिष्ट आमंत्रण क्रमांक :– “कल्प/दिसम्बर/२०२४/द” विषय :- “ ये जाते हुए लम्हें” विधा :- काव्य भाषा :- हिन्दी शीर्षक: जीवन बीता जाता है मन पनघट रीता जाता है और जीवन बीता जाता है….. जीवन के सुगम सुगंधित पल एक दिन बन जाते बीता कल कर याद उन्हें सूनेपन मे मन रह रह कर अकुलाता है.. और जीवन …
Continue Reading
मेरे प्रिय कवि ” निराला “
विशिष्ट आमंत्रण क्रमांक :– कल्प/नवम्बर/२०२४/द विषय :- !! “मेरे प्रिय कवि” !! विधा: लेख शीर्षक : मेरे प्रिय कवि ” निराला “ हिन्दी कविता की बात की जाए तो साहित्य का छायावादी युग एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। छायावादी कविता के एक प्रमुख स्तंभ ” महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला “मेरे प्रिय कवियों में से एक है। अपनी साहित्य साधना …
Continue Reading
मेरी प्रिय पुस्तक : मानस का हंस: श्री अमृतलाल नागर
विशिष्ट आमंत्रण क्रमांक :– !! “कल्प/नवम्बर/२०२४/ब” !! विषय: मेरी प्रिय पुस्तक विधा: लेख पुस्तक: मानस का हंस लेखक: श्री अमृतलाल नागर मेरी प्रिय पुस्तकों में से एक “मानस का हंस” एक लोकप्रिय उपन्यास है, जो हिन्दी साहित्य के प्रसिद्ध रचनाकार श्री अमृतलाल नागर जी द्वारा रचित है। यह रोचक उपन्यास महाकवि गोस्वामी तुलसीदास जी के जीवन पर आधारित …
Continue Reading
पीहर से लौटती बेटियाँ
विशिष्ट आमंत्रण क्रमांक :– कल्प/नवम्बर/२०२४/अ विषय: स्वैच्छिक विधा: काव्य शीर्षक: ” पीहर से लौटती बेटियाँ “ नेह की डोरी से दो घरों को जोड़कर, पीहर से लौटती हैं बेटियाँ कुछ समेट कर, कुछ छोड़ कर…… आँगन की ठंडी छाँव मे बैठ यूँ ही निहारती हैं…. कुछ पुराने बक्से, कॉपियां, किताब मन में चलती रहती है, दूजे घर की …
Continue Reading
शुभ दीप पर्व मंगलमय हो
जीवन आनंदित सुखमय हो शुभ दीप पर्व मंगलमय हो … खुशियों के दीप जलें जगमग चहुँओर उजाला छा जाये रौनक हो हर घर आँगन में हर मन महके और मुस्काये धन धान्य बढ़े, आरोग्य मिले सौभाग्य संपदा अक्षय हो शुभ दीप पर्व मंगलमय हो.. कहीं पुष्प माल कहीं आम्रपत्र रंगोली से सज्जित परिवेश घर घर मे सादर स्थापित …
Continue Reading
शरद पूर्णिमा का चाँद
विशिष्ट आमंत्रण क्रमांक :– !! कल्प/अक्तूबर/२०२४/अ !! 📜 विषय :- !! “महारास पूर्णिमा – शरदोत्सव” !! 📚 विधा :- काव्य विषय विशेष/शीर्षक: शरद पूर्णिमा का चाँद निविड़ रात्रि को करके रोशनी से सराबोर .. और बिखरा कर निर्मल चाँदनी, चहुँओर .. आसमान मे निकल आया है, शरद पूर्णिमा का चाँद ….. अमृत सी सरस शीतलता, प्रतिपल बढ़ती उज्ज्वलता, होकर …
Continue Reading
नवरात्रि पर्व: आध्यात्मिक दृष्टिकोण
नवरात्रि पर्व:आध्यात्मिक दृष्टिकोण या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता । नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः || नवरात्रि का पावन पर्व प्रारंभ हो गया है। हमारी संस्कृति के सुंदरतम त्योहारों में से एक नवरात्रि पर्व जो कि शक्ति की आराधना और उपासना को समर्पित है। हमारी सनातन संस्कृति में 33 कोटि देवी देवता कहे गए हैं जिसमे ईश्वर के नारी स्वरूप को …
Continue Reading
साथी आगे बढ़ते जाना
साहस और आत्मविश्वास के बल पर हर विपत्ति को पार किया जा सकता है।
Continue Reading