
मंत्र
- Deepak Kumar Vasishtha
- 09/04/2024
- काव्य
- अर्धांगिनी, कविता, मंत्र, साहित्य, हिंदी
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शीर्षक: मंत्र (कविता) ——————————– चयन करना कितना मुश्किल है, जब सामने वाला हो अपना, और चुनना है उनमें से जो दिए गए हो विकल्प उनके द्वारा, पहले मन सोचता है , अपना मत रखूँ , फिर मन कहता है पहले देखूं , उनके दिल में है क्या ? कही मेरे एक के चुनने पर, उसे अच्छा न लगे, और अगर …
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