
“समर्थ गुरू रामदास”
- पवनेश
- 19/02/2024
- काव्य
- "समर्थ गुरू रामदास की जय।"
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दासबोध, मनोबोध, पंचीकरण, बाग प्रकरण, मानपंचक आत्माराम, के सृजन स्वास थे। वह समर्थ गुरू रामदास थे। वह समर्थ स्वामी रामदास थे। भक्तिमार्गी सिद्ध संत, राजनीति युद्ध – संधि, अद्वैत वेदांत, के सुख प्रभास थे। आरतियां स्त्रोतम, प्रेम भक्ति ओज नमन, स्फूट अभंग ओवी छंद, के हृदय प्रकाश थे। वह समर्थ गुरू रामदास थे। वह समर्थ स्वामी रामदास थे। दासबोध, मनोबोध …
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