
!! “व्यक्तित्व परिचय – मुस्कान केशरी” !!
- कल्प भेंटवार्ता
- 21/12/2024
- लेख
- साक्षात्कार
- 1 Comment
!! “व्यक्तित्व परिचय : मुस्कान केशरी” !!
!! “मेरा परिचय” !!
नाम :- मुस्कान केशरी
माता/पिता का नाम :- संध्या देवी और स्व मनोज केशरी जी
जन्म स्थान :- मुजफ्फरपुर बिहार
शिक्षा :- स्नातक
व्यावसाय :- संस्थापिका एम एस केशरी पब्लिकेशन
वर्तमान निवास :- मुजफ्फरपुर बिहार
मेल आईडी :- muskankeshri385@gmail.com
पुरूस्कार एवं विशिष्ट स्थान :- Youth Icon 2024 in bihar आईपीसी विकास वैभव सर के हाथों, युवा साहित्य रत्न सम्मान केंद्रीय मंत्री के हाथों और अन्य राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रिय सम्मानों से सम्मानित
!! “मेरी पसंद” !!
उत्सव :- होली
भोजन :- बिहारी खाना
रंग :- काला
परिधान :- साड़ी, सुट
लेखक/लेखिका :- महादेवी वर्मा
खेल :- कबड्डी
मूवीज/धारावाहिक (यदि देखती हैं तो) :- नहीं
आपकी लिखी हुई आपकी सबसे प्रिय कृति :- वादो खरर, डाॅक्टर
!! “कल्पकथा के प्रश्न” !!
प्रश्न 1. मुस्कान जी, सबसे पहले आपके व्यक्तिगत एवं साहित्यिक परिवेश के बारे में हमें बताइये।
मुस्कान जी :- स्व मनोज केशरी और संध्या देवी जी की सुपुत्री मुस्कान केशरी जी है। जो मुजफ्फरपुर बिहार की लेखिका है। इनकी रचना अनेंको प्रदेशो के न्यूजपेपर, पत्र-पत्रिका और साझा संकलन पुस्तकों मे प्रकाशित होती रहती हैं। मुस्कान केशरी जी बहुमुखी प्रतिभावान लड़की है जिन्होने बिहार के ३८ जिले का साइकिल चलाकर भ्रमण किया साथ ही साथ वो ब्यूटीशियन भी है लड़कियो को जल्द से जल्द सजा देती हैं, अभी ये मुजफ्फरपुर के स्कूल में शिक्षिका के रूप में बच्चो को शिक्षा देती हैं, ये भूतपूर्व एनसीसी कैडेट रह चूँकी है। बिहार की लोकनृत्य और लोकगान के लिए सदैव इनको आमंत्रित किया जाता है। इनके द्वारा एम एस केशरी पब्लिकेशन नामक निशुल्क साहित्यिक पब्लिकेशन की स्थापना किया गया। जो राष्ट्र स्तरीय कार्य करती है। पब्लिकेशन के द्वारा नवोदित को निशुल्क मंच प्रदान किया जाता हैं जहाँ वो अपनी प्रतिभा को राष्ट्र स्तर पर प्रस्तुत करके अपनी नई पहचान बना लेते हैं। मैम के द्वारा हजारो नवोदित लेखक एंव लेखिका को मंच प्रदान किया जा चूका है। मैम अपना जीवन साहित्यिक, सामाजिक, कलाकारो को समर्पित करती हैं और हर क्षेत्र मे निरंतर कार्य करती रहती हैं।
प्रश्न 2. मुस्कान केशरी जी, कल्पकथा के इस भेंटवार्ता कार्यक्रम में हम हिन्दी साहित्य के साहित्यकार की रुचि अभिरुचि को वार्ता के माध्यम से जानने की कोशिश करते हैं, आप इस कार्यक्रम को कैसे देखती हैं? क्या आप उत्साहित हैं?
मुस्कान जी :- यह एक बेहतरीन व सराहनीय पहल है, इस कार्यक्रम से साहित्यकारों को नई पहचान मिलेगी। हाँ मै उत्साहित हैं।
प्रश्न 3. मुस्कान जी, आप एतिहासिक, धार्मिक एवं सामरिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण वैशाली गणराज्य (मुजफ्फरपुर) बिहार की रहने वाली हैं। इस नगर के बारे में अपने शब्दों में कुछ बताइये।
मुस्कान जी :- बिल्कुल सही कहा आपने हम एतिहासिक, धार्मिक एवं सामरिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण वैशाली गणराज्य (मुजफ्फरपुर) बिहार के रहने वाले हैं। वैशाली और मुजफ्फरपुर दोनों थोड़ी दूर पर है। वैशाली पहला गणराज्य है और मुजफ्फरपुर को लीचीयों का शहर कहा जाता है।
प्रश्न 4. मुस्कान जी, आपको लेखन की प्रेरणा कहाँ से मिली और आपने किन परिस्थितियों में लिखना आरम्भ किया?
मुस्कान जी :- लेखन की प्रेरणा पिता श्री से मिली। कोविड में हमने लिखना आरम्भ किया।
प्रश्न 5. मुस्कान जी, आपने अपनी साहित्यिक यात्रा के अंतर्गत अन्यान्य मंचों से जुड़कर उनको गौरवान्वित किया है। यहां हम उस पहले मंच के बारे में जानना चाहेंगे जिसको आप अपनी साहित्यिक यात्रा की प्रथम सीढ़ी मानती हैं?
मुस्कान जी :- मंच तो नहीं लेकिन मेरी पहली सीढ़ी एक साझा संकलन पुस्तक को मानती हुँ। उस साझा संकलन पुस्तक से ही मैं साहित्यिक क्षेत्र में प्रवेश की।
प्रश्न 6. मुस्कान जी, यूँ तो हर किसी का उसके अपने क्षेत्र में कोई न कोई प्रेरक होता है। ऐसे में आप आज के समय के किस लेखक या कवि से सबसे अधिक प्रभावित हैं?
मुस्कान जी :- नए कवियों से हम अधिक प्रभावित होते हुँ क्योंकि मेरा मानना है कि नए नए पौधे पर अगर ध्यान दिया जाए तो वो मजबूत वृक्ष बन जाता है और ध्यान नहीं दिया जाए तो वो खत्म हो जाएगे।
प्रश्न 7. मुस्कान जी, हम आपका वो अनुभव जानना चाहेंगे, जब आपको लेखन क्षेत्र में पहला पुरुस्कार मिला?
मुस्कान जी :- मेरे लेखन पर जब मुझे सम्मानित किया गया तो अत्यंत खुशी हुई और अच्छा लिखने की प्रेरणा भी मिली।
प्रश्न 8. मुस्कान जी, आप एक विशिष्ट श्रेणी की साहित्यकार हैं। ऐसे में हम जानना चाहेंगे कि आपको गद्य या पद्य में किस पर लिखना अधिक सहज लगता है? साथ ही हम आपकी कोई एक कविता भी सुनना चाहेंगे।
मुस्कान जी :- गद्य हो या पद्य दोनों सहज है।
प्रश्न 9. मुस्कान जी, आप सार्वजनिक/व्यवसायिक जीवन की जिम्मेदारियों को सम्हालते हुए लेखन कार्य को कैसे समय देती हैं?
मुस्कान जी :- गाड़ी चलाते हुए।
प्रश्न 10. कहते हैं लेखन तभी सार्थक होता है, जब वो देशहित/समाजहित में कार्य करे। आप अपने लेखन को इस विचार के अनुसार कितना सफल मानती हैं?
मुस्कान जी :- बहुत ज्यादा, और मेरी ज्यादातर कविताएँ समाजहित व देशहित के लिए ही होती है।
प्रश्न 11. मुस्कान जी, वर्तमान समय में सोशल मीडिया का प्रभाव हर क्षेत्र में देखने को मिल रहा है निश्चित रूप से साहित्य भी सोशल मीडिया के प्रभाव से अछूता नहीं है ऐसे में आप सोशल मीडिया के प्रभाव को किस दृष्टिकोण से देखती हैं?
मुस्कान जी :- सोशल मीडिया आज के समय में वरदान व अभिशाप के रूप में है। वो आप पर निर्भर करता है कि आप किस तरह इस्तेमाल करते हैं।
प्रश्न 12. लेखन के अतिरिक्त ऐसा कौन सा कार्य है, जो आप को विशेष प्रिय है?
मुस्कान जी :- समाज सेवा करना व पौधे लगाना।
प्रश्न 13. आप अपने पाठकों, हमारे दर्शकों, सभी लेखकों और समाज को क्या संदेश देना चाहती हैं?
मुस्कान जी :- निस्वार्थ भाव से कार्य करें, सफलता खुद मिल जाएगी।
वार्ता : ✍🏻 कुo मुस्कान केशरी
कल्प व्यक्तित्व परिचय में आज नवोदित लेखिका कुo मुस्कान केशरी जी से परिचय हुआ। ये मुजफ्फरपुर(उप्र) की हैं एवं सुन्दर व्यक्तित्व की धनी हैं। इनका लेखन अपने आसपास के परिदृश्यों को संकलित किये हुए है। आप को इनका लेखन, इनसे मिलना कैसा लगा, हमें अवश्य सूचित करें। इनके साथ हुई भेंटवार्ता को आप नीचे दिये कल्पकथा के यू ट्यूब चैनल लिंक के माध्यम से देख सुन सकते हैं। 👇
https://www.youtube.com/live/_BFCJwGHOh0?si=WjPvLEaXtP7GXUwh
इनसे मिलना और इन्हें पढना आपको कैसा लगा? हमें कमेन्ट बॉक्स में कमेन्ट लिख कर अवश्य बताएं। हम आपके मनोभावों को जानने के लिए व्यग्रता से उत्सुक हैं।
मिलते हैं अगले सप्ताह एक और विशिष्ट साहित्यकार से। तब तक के लिए हमें आज्ञा दीजिये।
राधे राधे 🙏 🌷 🙏
✍🏻 लिखते रहिये, 📖 पढते रहिये और 🚶बढते रहिये। 🌟
✍🏻 प्रश्नकर्ता : कल्पकथा प्रबंधन
One Reply to “!! “व्यक्तित्व परिचय – मुस्कान केशरी” !!”
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पवनेश
राधे राधे,
मुस्कान जी के साथ संवाद रुचिकर रहा, उनके सुखद भविष्य हेतु मंगलकामनाएं। 🙏🌹🙏