“कल्प भेंटवार्ता” – श्री अमित कुमार जी, मैकेनिक्सबर्ग पेंसिल्वेनिया, के साथ
विश्व हिंदी को साहित्यिक गरिमा प्रदान करने हेतु यदि मौलिक सिद्धांतों की बात की जाए तो ,
१. साहित्य विभाजन न करता हो। देश, धर्म, जाति या और भी कोई प्रकार का विभाजन , उससे ऊपर होकर लिखा जाए।
२. नए विश्व में नई समस्याएं हैं जिसमें रिश्तों की समीकरण बदली है, मनोवैज्ञानिक रूप से अलग तरह की उलझने बढ़ी है जो सब देशों, समुदायों में समान है।
इस सबके बीच मनुष्य को मूल प्रेरणा देने वाला साहित्य हमेशा जरूरी रहेगा।
३. साहित्य में विविधता हो, जो देश काल का ध्यान रखते हुए रखी जाए।
Continue Reading
!! “कल्प भेंटवार्ता : अणुव्रत सेवी प्रो. डॉ. ललिता बी.जोगड़, गोरेगांव ईस्ट, मुम्बई (महाराष्ट्र)के साथ” !!
दर्शकों-श्रोताओं पाठकों का हृदय की अनन्त गहराईयो से आभार व्यक्त करना चाहती हूँ। व्यस्त जिंदगी के अनमोल समय में से समय निकाल कर मेरा उत्साह वर्धन किया।
Continue Reading
🦚 !! “व्यक्तित्व परिचय : साहू दंपत्ति” !! 🦚
★ चर्चित जी :- शस्त्र लेखनी जानिए, आवश्यक है ज्ञान।
शक्ति समाहित है यहाँ, बस कर लो पहचान।।
★ मृदुल जी :-
आप आप और आप ही, सदा आपके साथ।
है अनंत के पंत में, आप स्वयं शिवनाथ।।
Continue Reading
*!! “व्यक्तित्व परिचय : श्री बिनोद कुमार पाण्डेय एवं श्रीमती पुष्पा कुमारी पाण्डेय” !!*
जीवन है एक अधूरी कविता,
कोई पढ़े कोरान या कोई पढ़े गीता,
यदि राधा श्री शर्मा की तरह
“सर्वे भवन्तु सुखिन: का
संकल्प नहीं लिया तो
समझो अपना जीवन व्यर्थ बीता।
जीवन एक अधूरी कविता।
Continue Reading
🦚 !! “व्यक्तित्व परिचय : श्री नन्द किशोर बहुखंडी” !! 🦚
मैं लिखता बाद में हूँ, पहले मैं आते, जाते जो भी विचार मन में आते हैं उन्हें मष्तिष्क में अंकित करता हूँ और फिर उन्हें कागज में उतारता हूँ : श्री नंद किशोर बहुखंडी
Continue Reading
🌷 !! व्यक्तित्व परिचय : डॉ श्रीमती अरुणा सोनी.!! 🌷
प्रयोगधर्मिता के नाम पर बहुत कुछ नया हो रहा है। मैं इसे गलत नहीं मानती। लेकिन साहित्य या काव्य की आत्मा को मैं मुख्य मानती हूँ। बस वह कहीं खो न जाए, इस बात का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है।
Continue Reading
!! “व्यक्तित्व परिचय : श्रीमती पूजा शर्मा “सुगन्ध” !!” !!
“मन के भाव शब्दों में उतरते रहे
और यूँ ही, बस यूँ ही,
इंद्रधनुष पृष्ठों पर उभरते रहे
सुधिजनों के सानिध्य में लेखनी निखरती रही
मन भावों की सुगंध संग, सुगंध सँवरती रही…”
Continue Reading
🫅 !! “व्यक्तित्व परिचय : श्रीमती विनीता कँवर राठौड” !! 🫅
“यथा चित्तं तथा वाचः, यथा वाचः तथा कर्म”— जैसा मन होता है, वैसी ही वाणी और कर्म होते हैं। मेरी रचनात्मक प्रक्रिया भी इसी सिद्धांत पर आधारित है।
Continue Reading
⛩️!! “व्यक्तित्व परिचय : डॉ अनिल उपाध्याय” !! ⛩️
भक्ति डूब कर ऊब कर नहीं
मिलिए सब सौं दुर्भाव बिना रहिये सत्संग उजागर में।
रसखान गुविन्दही यौ भजिये जिमि नागरी को चित गागर में।।
Continue Reading
🦚 !! “व्यक्तित्व परिचय : डॉ. श्रीमती मंजू शकुन खरे” !! 🦚
कल्पकथा परिवार ने हम सभी साहित्यकारों को एक सुन्दर, रचनात्मक मंच प्रदान किया है। कल्पकथा के सभी आयोजन, प्रतियोगिता एक वृहद सकारात्मक उद्देश्य को समाहित रखते हैं। संवाद वार्ताएं आयोजित की जाती हैं। विशिष्ट व्यक्तित्व से परिचित करवाया जाता है।
Continue Reading