!! “व्यक्तित्व परिचय : श्रीमती सुशीला चनानी” !!
मै बहुत पैरेलल व कलात्मक बांग्ला व हिन्दी फिल्में देखती थी पर अब वो सिलसिला समय और उर्जा के अभाव में समाप्त प्रायः है।
यही बात संगीत अभ्यास पर भी लागू होती है।
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🎯 “!! कल्प संवादकुंज -भारतीय संविधान -जनता की शक्ति !!” 🎯
भारतीय संविधान
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⛩️ !! “साप्ताहिक आमंत्रण : हास्य विनोद भरा संस्मरण” !! ⛩️
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Kalpkatha
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2024-11-18
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लेख
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प्रतियोगिता
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!! “विशिष्ट आमंत्रण क्रमांक :– कल्प/नवम्बर/२०२४/स” !! 📜
📚 विषय :- !! “जीवन यात्रा : हास्य विनोद से भरा हुआ संस्मरण” !! 📚
⏰ समयावधि :- दिनाँक १८/११/२०२४ प्रातः ८.०० बजे से २२/११/२०२४ रात्रि १०.०० बजे (भारतीय समयानुसार) तक ⏰
🪔 विधा :- !! “स्वैच्छिक” !! 🪔
📢 भाषा :- !! “हिन्दी, संस्कृत” !! 📣
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🦚 “!! कल्प संवादकुंज- महारानी लक्ष्मीबाई – संघर्ष की गौरवगाथा !!” 🦚
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पवनेश
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2024-11-16
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लेख
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प्रतिस्पर्धा
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महारानी लक्ष्मीबाई
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!! “व्यक्तित्व परिचय : डॉ ओमकार साहू “मृदुल” जी” !!
नैसर्गिकता से परिपूर्ण प्रकृति की गोद में स्थित। एक ओर जिसे माता कुदरगढ़ी का आशीर्वाद प्राप्त है, वहीं दूसरी ओर काले सोने अर्थात कोयले की खदानें ऊर्जा के भंडार बढ़ाते है।
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मेरी प्रिय पुस्तक : मानस का हंस: श्री अमृतलाल नागर
विशिष्ट आमंत्रण क्रमांक :– !! “कल्प/नवम्बर/२०२४/ब” !! विषय: मेरी प्रिय पुस्तक विधा: लेख पुस्तक: मानस का हंस लेखक: श्री अमृतलाल नागर मेरी प्रिय पुस्तकों में से एक “मानस का हंस” एक लोकप्रिय उपन्यास है, जो हिन्दी साहित्य के प्रसिद्ध रचनाकार श्री अमृतलाल नागर जी द्वारा रचित है। यह रोचक उपन्यास महाकवि गोस्वामी तुलसीदास जी के जीवन पर आधारित …
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🎯 “!! कल्प संवादकुंज- महारानी लक्ष्मीबाई – संघर्ष की गौरवगाथा !!” 🎯
महारानी लक्ष्मीबाई
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“अविरल निर्मल गंगा – जन जीवन की धारा”
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पवनेश
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2024-11-12
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लेख
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प्रतियोगिता
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अविरल निर्मल गंगा – जन जीवन की धारा
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⛩️ !! “कल्प साप्ताहिक आमंत्रण : मेरी प्रिय पुस्तक” !! ⛩️
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Kalpkatha
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2024-11-11
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लेख
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प्रतियोगिता
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📜 विशिष्ट आमंत्रण क्रमांक :– !! “कल्प/नवम्बर/२०२४/ब” !! 📜
📚 विषय :- !! “मेरी प्रिय पुस्तक” !! 📚
⏰ समयावधि :- दिनाँक ११/११/२०२४ प्रातः ८.०० बजे से १५/११/२०२४ रात्रि १०.०० बजे तक ⏰
🪔 विधा :- !! “स्वैच्छिक” !! 🪔
📢 भाषा :- !! “हिन्दी, संस्कृत” !! 📣
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🌷!! “व्यक्तित्व परिचय : श्रीमती संध्या बक्शी जी” !! 🌷 🌷
गद्य लिखने के लिए पर्वत जैसा धैर्य चाहिये। जो मुझमें नहीं है। कुछ समयाभाव भी रहता है। बालक छोटा है तो उसको पढ़ाने का दायित्व भी है।
कविता मुझे बहुत प्रिय है। मेरे लिए कविता और जादू में अधिक अंतर नहीं है।
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